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छवि स्रोत: WWF |
मामला पश्चिमी चंपारण का है। गोवर्धना वन प्रक्षेत्र में बीच सड़क पर बाघ टहलता हुआ नजर आया। फिर क्या था, सामने बाघ को देखकर वहां से गुजर रहे प्रधान शिक्षक शैलेंद्र काजी की हालत खराब हो गयी। इसके बाद तो उन्होंने भागकर अपनी जान बचाई।
बाघ के डर से सोनबरसा, हस्ती बैरिया, महुअवा, बनहवा परसा समेत आसपास के गांवों के लोग बाहर नहीं निकल रहे हैं। सोनबरसा और बनहअवा परसा जाने वाली मुख्य सड़क पर आवागमन भी बंद हो गया है। बताया गया कि बाघ गन्ना के खेत से निकलकर सड़क पर आकर चहलकदमी करता रहा, फिर वहीं बैठ गया। शिक्षक शैलेंद्र ने गांव पहुंचकर वन विभाग को सूचना दी। गोवर्धना वन क्षेत्र के रेंजर माधवेंद्र चौधरी ने कहा कि वन कर्मी बाघ के पगमार्ग की मार्किंग कर रहे हैं।
स्रोत : जागरण
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