- विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गए पोषण स्टाल
- पोषक तत्त्वों से कुपोषण दूर करने की दी गयी जानकारी
जिले में पोषण अभियान के तहत आज जिले के टाउन हॉल के प्रांगण में पोषण मेला का उद्घाटन किया गया। पोषण मेला का शुभारंभ जिला पदाधिकारी बैजनाथ यादव, सिविल सर्जन मदन मोहन प्रसाद सिंह तथा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पदाधिकारी सीमा रहमान ने सम्मिलित रूप से किया।
इस अवसर पर जिला पदाधिकारी ने कहा पोषण माह जैसी गतिविधियों के सहयोग से कुपोषण पर लगाम लगाने में सफ़लता मिलेगी। उन्होंने पोषण मेले में शामिल सभी विभागों की सहभागिता किये जाने पर सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया तथा पोषण अभियान को पूरी तरह सफल बनाने के लिए सभी लोगों से सहयोग व समर्पण की अपेक्षा भी की.
स्टाल से दी गयी जानकारी : मेले में शिक्षा विभाग, नेहरू युवा केन्द्र, आईसीडीएस, कृषि विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं जीविका द्वारा पोषण पर सन्देश देने के लिए अलग-अलग स्टाल लगाए गये। शिक्षा विभाग द्वारा पोस्टर एवं बैनर के माध्यम से जानकारी दी गयी। आईसीडीएस एवं कृषि विभाग द्वारा अलग-अलग स्टालों पर पोषण पर जानकारी के साथ विभिन्न फल, सब्जी एवं पोषक आहार लागए गए। साथ ही महिलाओं एवं शिशुओं को पोषक आहार भी वितरित किया गया।
इस अवसर पर आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने कहा कि जिले में 1 से 30 सितंबर तक पोषण माह चलाया जा रहा है। इसी क्रम में पोषण मेला का भी आयोजन किया गया है। आम लोगों को पोषण पर जागरूक करने में यह मेला प्रभावी साबित हुआ है । विभिन्न विभागों द्वारा निरंतर किए जा रहे सहयोग से समुदाय को कुपोषण के दंश से बचाने में सफलता मिलेगी।
प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना की दी गई जानकारी :
पोषण मेले में कैम्प लगाकर महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की भी जानकारी दी गई। उन्हें योजना का उद्देश्य बताया गया कि प्रथम बार मां बनने वाली महिलाओं को तीन किस्त के जरिए 5000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। इसके लिए राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान ही विशेष कैंप का भी आयोजन किया जा रहा है जिसमें हम लोगों को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की जानकारी दी जाएगी एवं योगी लाभुकों को दूसरे एवं तीसरे किस्त के भुगतान भी किया जाएगा।
डायरिया प्रबंधन हेतु ओआरएस के पैकेट का वितरण: कुपोषण में डायरिया भी एक प्रमुख कारण होता है। इसको ध्यान में रखते हुये पोषण मेले में डायरिया प्रबंधन के लिए ओआरएस पैकेट का वितरण भी किया गया। परिवार नियोजन के साधनों को प्रदर्शित एवं वितरित करते हुए महिलाओं पुरुषों को परिवार नियोजन हेतु प्रोत्साहित किया गया।
बच्चों की वृद्धि दर की हुई जांच :
मेले के दौरान छोटे बच्चों की वृद्धि दर की भी जांच हुई साथ ही बच्चों के अभिभावकों को पूरी संतुलित आहार देने के बारे में बताया गया इसके अलावा बच्चों को हाथ सफाई पर भी विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया।
पोषण पर दी गयी जानकारी : मेला में मौजूद महिलाओं को बताया गया कि शिशुओं को छह माह तक मां का दूध ही दें। उसके बाद ऊपरी आहार दें। इसके साथ ही नियमित टीकाकरण कराएं।इस अवसर पर रंगोली, ड्राइंग, पेंटिंग और पोषण पर प्रश्नोत्तरी के माध्यम से जागरूकता पैदा की गयी। वहीं बताया गया कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों का नियमित वजन करवाएं तथा खून की कमी होने पर पौष्टिक आहार जैसे सोयाबीन, केला, दूध आदि का आहार दें।
पोषण माह के दौरान पूर्ण सहभागिता एवं योगदान प्रदान करने के लिए उपस्थित सभी प्रखंड एवं जिला स्तरीय अधिकारियों को शपथ दिलाई गयी। मेले में डीपीएम रेहान अशरफ, पिरामल फाउंडेशन के परिमल झा, पीएमएमभीवाई के जिला कॉर्डिनेटर शोएब रूमी, एनएनएम के कुणाल जी आदि मौजूद थे।
संवादक: अमन
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